Saturday, December 21, 2024
Follow us on
BREAKING NEWS
एमडब्ल्यूबी की अंबाला जिला कार्यकारिणी के अध्यक्ष राजीव ऋषि, महसाचिव चंद्रमोहन बनाए गए5 बार के CM ओपी चौटाला पंचतत्व में विलीनः दोनों बेटों ने मिलकर दी मुखाग्नि, चारों पोतों ने अंतिम रस्में निभाईं; समर्थकों ने फूल बरसाएमाननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती डॉ सुदेश धनखड़ स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला जी को श्रद्धासुमन अर्पित करने 2 बजे उनके निवास तेजा खेड़ा जाएंगे।पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर प्रदेश में 3 दिन का राजकीय शोकपीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर ट्वीट कर जताया शोक।डल्लेवाल की सेहत रिपोर्ट में चिंता की बात नहीं, सुप्रीम कोर्ट में बोली पंजाब सरकारमेरठ में कथा के दौरान भगदड़, कई महिलाएं घायलओम प्रकाश चौटाला के निधन पर पुत्र अजय चौटाला और पोते दुष्यंत चौटाला मेदांता पहुंचे
 
National

गणतंत्र दिवस पर  आओ मिल कर प्रण  करे सबका साथ,सबका विश्वास महज एक नारा न रह कर भारत की असल पहचान बने  

January 26, 2021 10:07 AM

डॉ कमलेश कली 

गणतंत्र दिवस आता है तो सबसे पहले संविधान स्मृति में आता है और उसकी पहली पंक्ति "वी द पीपुल आफ इंडिया" "हम भारत के लोग " मिलकर इस संविधान को अपनाते हैं। आज जब इंडिया कहते हैं तो एक दम सामने  निरंतर बढ़ता सैंसेक्स और विश्व पटल पर पहचान बनाते युवा शक्ति सामने आ जाती है, भारत को देखते हैं तो पैदल चलते मजदूर, शांति पूर्वक विरोध करते किसान और कोरोना महामारी से बंद और मंद पड़े रोजगार और गोता खा औंधी पड़ी अर्थव्यवस्था  आंखों के सामने उभरती है।इस समय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह सिंह के ये शब्द याद आते हैं"हमें यह बहस बंद करनी होगी कि हमारे देश के विकास से इंडिया को लाभ हुआ है, भारत को नहीं, इंडिया भारत ही तो है, इंडिया जो भी आज हैं उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि यह सब हमारी मातृभूमि की बदौलत ही है, समय आ गया है खुद से पूछने का कि अब हम अपनी मातृभूमि को क्या दे, इंडिया भारत को बनाने में आगे आए " कहने का अभिप्राय यह है कि अब वक्त आया है यह मत पूछो कि देश ने तुम्हारे लिए क्या किया, अपितु यह जवाब देश मांग रहा है कि तुमने देश के लिए क्या किया?
एक बार एक अमीर नौजवान अपनी नई गाड़ी में बैठ कर जा रहा था तो उसकी नजर वही पास खड़े किशोर पर पड़ी जो नई चमचमाती महंगी गाड़ी को अचंभित हो देख रहा था। गाड़ी चलाने वाले ने उस किशोर को अपने पास बुलाया और कहा चलो ,तुम भी मेरे साथ इस में बैठ जाओ और इसका मजा लो।वह बच्चा बहुत खुश हो गया और उससे गाड़ी की कीमत और माडल आदि के बारे में पूछने लगा।तब गाड़ी के मालिक ने बताया कि यह सुंदर गाड़ी उसके बड़े भाई ने उसे उपहार में दी है। बच्चा चुप हो जाता है और अपने ख्यालों में खो जाता है।यह देखकर गाड़ी चलाने वाला युवक उससे कहता है कि तुम यही सोच रहे हो ना कि काश ! मेरा भी ऐसा कोई  बड़ा भाई होता , जो इतना अमीर और उदार होता जो उसे भी इतनी बड़ी और महंगी गाड़ी उपहार में देता।तब वो किशोर बालक कहता है," नहीं मैं तो यह सोच रहा था कि कैसे मैं भी एक दिन बड़ा अमीर आदमी बनूं और अपने छोटे भाई को ऐसी गाड़ी उपहार में दे सकूं,मेरा छोटा भाई भी ऐसे खुश होगा जैसे कि आप प्रसन्न हो रहे हैं!" कितनी अद्भुत और उदार सोच और दातापन का अहसास उस बच्चे के मन में जागा। देने का भाव हमारे अंतर्मन को पुलकित और प्रफुल्लित कर देता है, देने में हम विस्तार को पाते हैं । आओ इस गणतंत्र दिवस पर अपने आप को और सर्व को एक व्यापक दृष्टिकोण दें जिसमें सब के उत्थान,सब के विकास के लिए कार्यरत हो। सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास महज एक नारा न रह कर भारत की असल पहचान बन जाएं।

Have something to say? Post your comment
More National News
डल्लेवाल की सेहत रिपोर्ट में चिंता की बात नहीं, सुप्रीम कोर्ट में बोली पंजाब सरकार अमित शाह के भाषण को कुछ विपक्षी सांसदों ने एडिट किया', बोले किरेन रिजिजू दहेज कानून के दुरुपयोग को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई जनहित याचिका संविधान के 75 वर्ष कल होंगे पूरे, बीजेपी ने 13-14 दिसंबर के लिए सांसदों को जारी किया व्हिप एक देश, एक चुनाव' बिल को केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी- सूत्र लोकायुक्त ने कर्नाटक के 6 जिलों में 10 अधिकारियों के घर की छापेमारी
सूत्रों से बड़ी खबर,नई दिल्ली से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत 25 जनवरी 2025 को होगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8-10 दिसंबर को जाएंगे रूस, एस-400 पर भी होगी बात महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा, तीन दिन चलेगा विशेष सत्र मुंबई: सीएम पद की शपथ लेने से पहले देवेंद्र फडणवीस ने किए सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन